एक समय था वो मेरे रग-रग से वाकिफ़ हो जाने में परेशां था... और एक आज है मेरी सूरत भी नजरन्दाज करना ही ... एक समय था वो मेरे रग-रग से वाकिफ़ हो जाने में परेशां था... और एक आज है मेरी सूरत ...
रोग हो जाना चारागर को चाक भरे दिल के उम्र कभी। रोग हो जाना चारागर को चाक भरे दिल के उम्र कभी।
आबो हवा अर शुद्ध पानी अब नही वो गाँव। खो गया है आज वो, अमराइयों का गाँव।। आबो हवा अर शुद्ध पानी अब नही वो गाँव। खो गया है आज वो, अमराइयों का गाँव...
हम तो बादलों से ही चोट खायें हुये है I हम तो बादलों से ही चोट खायें हुये है I
सीखा था मैंने लिखना,शब्दों को गढ़नाउसमें भाव डालनाभावों को शब्दों में ढालकविता बनाना । सीखा था मैंने लिखना,शब्दों को गढ़नाउसमें भाव डालनाभावों को शब्दों में ढालकविता बन...
एक भयावह अन्तर्द्वन्द्व आस्था और अनुभव के मध्य. एक भयावह अन्तर्द्वन्द्व आस्था और अनुभव के मध्य.